टिकट जमा रसीद या टीडीआर मूल रूप से टिकट की धनराशि वापसी का दावा है। यह आईआरसीटीसी में तब दाखिल किया जाता है जब कोई यात्री अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण यात्रा नहीं करता है। इसलिए अपने टिकट का किराया वापस पाने के लिए यात्री को टीडीआर दाखिल करना होता है।
लेकिन हर बार रेलवे द्वारा रिफंड सफलतापूर्वक वापस नहीं किया जाता है। यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ता है। और कई बार तो यात्रियों का बैंक खाता बंद होने के कारण यात्रियों को उनके टिकट के पैसे वापस नहीं मिल पाते हैं।
इन सबका पता लगाने के लिए इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड में एक आरटीआई दायर की गई, जिसमें निम्नलिखित विवरण मांगे गए :-
- कन्फर्म टिकटों और प्रतीक्षा सूची और आरएसी टिकटों को रद्द करने से हुई कमाई।
- आईआरसीटीसी द्वारा irctc.co.in पर बुकिंग पर सुविधा शुल्क से हुई कमाई का विवरण।
- irctc.co.in पर फाइल किए गए सभी टीडीआर की राशि (रुपये में)।
- 15.05.2022 तक की टीडीआर की राशि (रुपये में) जो अभी भी रुकी हुई है, अस्वीकार नहीं की गई है, या प्रक्रिया में है।
- यात्रियों द्वारा प्राप्त किये गए सभी टीडीआर की राशि (रुपये में), जो आईआरसीटीसी ने सफलतापूर्वक वापस कर दी है।
- आईआरसीटीसी के पास लंबित राशि जो यात्रियों को वापसी के लिए थी, जिसका भुगतान irctc.co.in के माध्यम से किया जाना था, लेकिन यात्रियों के बैंक खाते के बंद होने, तकनीकी समस्याओं या किसी अन्य समस्या के कारण वापस नहीं किया जा सका। इसमें टिकटों की बुकिंग, ऑनलाइन डॉरमेटरी बुकिंग आदि शामिल होंगे।
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संबंधित जन सूचना अधिकारी द्वारा बिंदुवार उत्तर नीचे दिया गया है :-
- बिंदु संख्या 1 के लिए आईआरसीटीसी ने उत्तर दिया कि :-
कन्फर्म/वेट लिस्टेड टिकटों पर कैंसिलेशन चार्ज रेलवे द्वारा वसूला जाता है। आईआरसीटीसी के पास टिकट रद्द करने से कोई आय नहीं होती है। |
- बिंदु संख्या 2 के लिए आईआरसीटीसी ने उत्तर दिया कि :-
आईआरसीटीसी द्वारा 01.05.2019 से 30.04.2022 तक सुविधा शुल्क के रूप में 1358/- करोड़ रुपये (एक हजार तीन सौ अट्ठावन करोड़ रुपये) कमाए है। |
- बिंदु संख्या 3 के लिए, आईआरसीटीसी ने अपने जवाब में कहा कि 01-04-2019 से 15-05-2022 तक, कुल 239,85,00,596/- रूपये (दो सौ उनतालीस करोड़ पिच्चासी लाख पांच सौ छियानवे रुपये) का टीडीआर दाखिल किया गया है। वर्षवार वर्गीकरण का उल्लेख नीचे किया गया है : -
वर्ष |
दायर टीडीआर की राशि
(कुल टिकट किराया) |
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2019-2020 |
1,16,39,62,012/- रूपये
(एक सौ सोलह करोड़ उन्तालीस लाख बासठ हजार बारह रुपये) |
2020-2021 |
34,39,86,439/- रूपये
(चौंतीस करोड़ उन्तालीस लाख छियासी हजार चार सौ उनतालीस रुपये)। |
2021-2022 |
77,69,54,527/- रूपये
(सतहत्तर करोड़ उनहत्तर लाख चव्वन हजार पांच सौ सत्ताईस रुपये)। |
01-04-2022 to 15-05-2022 |
11,35,97,618/- रूपये
(ग्यारह करोड़ पैंतीस लाख सत्तानवे हजार छह सौ अट्ठारह रुपये)। |
- 1,95,11,369/- रूपये (एक करोड़ पिच्चानवे लाख ग्यारह हजार तीन सौ उनसठ रुपये) का टीडीआर यात्रियों की वापसी के लिए अभी भी आईआरसीटीसी के पास लंबित है। वर्षवार वर्गीकरण का उल्लेख नीचे किया गया है : -
वर्ष |
लंबित मामलों की राशि (टिकट किराया) |
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2019-2020 |
3,44,150/- रूपये
(तीन लाख चौवालीस हजार एक सौ पचास रुपये)। |
2020-2021 |
3,16,823/- रूपये
(तीन लाख सोलह हजार आठ सौ तेईस रुपये)। |
2021-2022 |
32,57,665/- रूपये (बत्तीस लाख सत्तावन हजार छह सौ पैंसठ रूपये)। |
01-04-2022 to 15-05-2022 |
1,55,92,731/- रूपये
(एक करोड़ पचपन लाख बयानवे हजार सात सौ इकतीस रूपये)। |
- 93,77,90,352/- रूपये (तिरानवे करोड़ सतहत्तर लाख नब्बे हजार तीन सौ बावन रुपये) की टीडीआर की राशि आईआरसीटीसी द्वारा वापस की गयी है । वर्षवार वर्गीकरण का उल्लेख नीचे किया गया है: -
वर्ष |
वापस की गई टीडीआर राशि |
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2019-2020 |
50,17,20,983/- रूपये
(पचास करोड़ सत्रह लाख बीस हजार नौ सौ तिरासी रुपये)। |
2020-2021 |
12,42,43,151/- रूपये
(बारह करोड़ बयालीस लाख तिरालीस हजार एक सौ इक्यावन रुपये)। |
2021-2022 |
28,12,60,085/- रूपये
(अट्ठाईस करोड़ बारह लाख साठ हजार पिच्चासी रुपये)। |
01-04-2022 to 15-05-2022 |
3,05,66,133/- रूपये
(तीन करोड़ पांच लाख छियासठ हजार एक सौ तैंतीस रुपये)। |
- 77,21,863.14/- रूपये (सत्तर लाख इक्कीस हजार आठ सौ छियासठ रुपये चौदह पैसे) की टीडीआर राशि यात्रियों का बैंक खाता बंद होने के कारण वापस नहीं की गयी है। वर्षवार वर्गीकरण का उल्लेख नीचे किया गया है: -
वर्ष |
बंद खातो की टीडीआर राशि |
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2019-2020 |
16,23,734.13/- रूपये
(सोलह लाख तेईस हजार सात सौ चौंतीस रुपये तेरह पैसे)। |
2020-2021 |
30,18,523.41/- रूपये
(तीस लाख अठारह हजार पांच सौ तेईस रुपये इत्त्यालीस पैसे)। |
2021-2022 |
24,75,510.80/- रूपये
(चौबीस लाख पचहत्तर हजार पांच सौ दस रुपये अस्सी पैसे)। |
01-04-2022 to 15-05-2022 |
6,04,094.80/- रूपये
(छः लाख चार हजार चौरानवे रुपए अस्सी पैसे)। |
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निष्कर्ष
यदि हम आईआरसीटीसी के उत्तर का निष्कर्ष निकलते है, तो हमने पाया कि 01-04-2019 से 15-05-2022 तक, कुल 239,85,00,596/- रूपये (दो सौ उनतालीस करोड़ पिच्चासी लाख पांच सौ छियानवे रुपये) का टीडीआर यात्रियों द्वारा दाखिल किया गया है।
जिसमें से 93,77,90,352/- रूपये (तिरानवे करोड़ सतहत्तर लाख नब्बे हजार तीन सौ बावन रुपये) आईआरसीटीसी द्वारा यात्रियों को वापस लौटा दिए गए है।
1,95,11,369/- रूपये (एक करोड़ पिच्चानवे लाख ग्यारह हजार तीन सौ उनसठ रुपये) के टीडीआर की धनराशि यात्रियों की वापसी के लिए अभी भी आईआरसीटीसी के पास लंबित है।
77,21,863.14/- रूपये (सतहत्तर लाख इक्कीस हजार आठ सौ तिरसठ रुपये चौदह पैसे) के टीडीआर की धनराशि यात्रियों के खाता बंद होने के कारण वापस नहीं की गयी है।
यदि हम यात्रियों द्वारा दर्ज की गई टीडीआर राशि और वापस की गई राशि, राशि जो अभी भी लंबित है और यात्री बैंक खाता बंद करने के कारण वापस नहीं की गई राशि के आँकड़ों में अंतर करें, तो हमें 143,34,77,011.86 रूपये (एक सौ तिरालीस करोड़ चौंतीस लाख सतहत्तर हजार ग्यारह रुपये छियासी पैसे) का अंतर मिलता है।
तो कई संभावनाएं हो सकती हैं, की या तो इतनी बड़ी राशि का टीडीआर का दावा आईआरसीटीसी द्वारा खारिज कर दिया गया या किसी अन्य कारण से आईआरसीटीसी ने यात्रियों को उनका पैसा वापस नहीं किया है।
नीचे आईआरसीटीसी द्वारा दिया गया आधिकारिक आरटीआई जवाब है।
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